रजिस्टेंस की कलर-कोडिंग व पावर रेटिंग से क्या अभिप्राय है?

रजिस्टेंस की कलर-कोडिंग व पावर रेटिंग से क्या अभिप्राय है? ऐसी रजिस्टेंस का मान कैसे मालूम किया जाता है?

What do you mean by colour coding and power rating of a resistance? How can we find out the value of a colour coding resistance ?

 

कोडिंग (coding) से अभिप्राय है कि भाषा को किसी ऐसी भाषा में बदलना, जो बोलचाल में न प्रयोग हो । रजिस्टेंस के सम्बन्ध  मे  कलर कोडिंग से अभिप्राय है कि अंकों (1, 2, 3 आदि) को भूरा, लाल, संतरी आदि रंगों में बदलना ।

कार्बन रजिस्टेंसों का आकार बहुत छोटा होता हैं, जिससे उन पर उनका मान (Value) स्पष्ट करके लिखना कठिन हो जाता है। इस कठिनाई को दूर करने के लिए उन पर मान दर्शाने के लिए रंगों का प्रयोग किया जाता है।

किसी प्रतिरोध का मान दर्शाने के लिए उसके ऊपर रंगों की तीन पट्टियाँ या धारियाँ बना दी जाती हैं। इन रंगों के अलावा एक और पट्टी भी बनायी जाती है, जिसे टोलरेंस रिंग (Tolerance Ring) कहते हैं। यह रिंग सुनहरी या सिल्वर रंग की होती है। सुनहरी रिंग का अर्थ है समय के साथ या गरमी से रजिस्टैंस का मान 5% कम या बढ़ सकता है। सिल्वर रंग की पट्टी वाली रजिस्टेंसों का 10% व जिन पर ऐसी कोई पट्टी न होकर सिर्फ खाली स्थान हो, उनका मान 20% कम या बढ़ सकता है। इस प्रकार 5% वाले सबसे बढ़िया व 20% वाले सबसे घटिया रजिस्टैंस होते हैं। 

जैसा की चित्र मे दिखाया गया है । ABC से मान (Value) का पता चलता है और D से टोलरेंस (सहनशक्ति) का पता चलता है। कभी-कभी केवल ये तीन रंग ही दिखाए जाते हैं। कार्बन रजिस्टेंसों की कीमत पढ़ने के लिए नीचे लिखा वाक्य बहुत उपयोगी व याद रखने का साधन है।

प्रतिरोध (Value) का मान कैसे मालूम किया जाता है-दी गई रजिस्टैंस को इस प्रकार पकड़ो कि उसकी टोलरेंस पट्टी दाईं ओर हो। अब बाई ओर क्रमानुसार पहले, दूसरे व तीसरे रंगों को नोट कर लो। इन रंगों के मान को नीचे लिखे सूत्र में प्रयोग करो व उससे रजिस्टैंस की कीमत पता चल जाएगी।

सूत्र

[(पहला रंग × 10) + दूसरा रंग] × (10) तीसरा रंग मान लो एक रजिस्टेंस का पहला रंग पीला, दूसरा जामुनी तथा तीसरा संतरी है तो रजिस्टेंस का मान होगा- रंग

 

पहला रंग = पीला – मान = 4 

दूसरा रंग – जामुनी – मान = 7 

तीसरा रंग = संतरी – मान = 3 

रजिस्टेंस का मान = [(4 x 10) + 7] x 103 

= [40+7] x 103 

= 47 × 103 = 47000 या 47 ΚΩ

एक अन्य ढंग से पहले 4 लिखो फिर 7 लिखो, फिर तीसरे रंग संतरी (जिसका मान 3 है) जितने शून्य लगा दो। इस तरह रेजिस्टेंस का मान होगा = 47 ΚΩ

 

यहां इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि जिस रजिस्टेंस का तीसरा रंग काला होगा, उसका मान 10 से 992 के मध्य होगा क्योंकि- 10° = 1 होता है। कई बार रंगों की पट्टियों के स्थान पर एक और तरीका भी अपनाया जाता है। उन रजिस्टैंसों में पहला रंग रजिस्टेंस की बाडी (Body) के रंग का होता है, दूसरा रंग रजिस्टेंस के सिरे का व तीसरा रंग रजिस्टेंस पर बने बिन्दु का होता है। तीनों रंग नोट करके उपरोक्त फार्मूले के अनुसार रजिस्टेंस का मान मालूम किया जा सकता है। यदि सुनहरी या सिल्वर रंग की तीसरी पट्टी मध्य में हो तो यह क्रमवार 0.1 व 0.01 कीमत का गुणांक होता है।

 

रजिस्टेंस की पावर रेटिंग (Power Rating of Resistance)- कोई भी रजिस्टेंस बिना खराब हुए, कितना करंट अपने में से गुजार सकता है, यह उसकी पावर से पता चलता है। दूसरे शब्दों में रजिस्टेंस की पावर रेटिंग उस अधिक से अधिक करंट के बारे में बताती है, जिसके गुजरने से रजिस्टेंस सुरक्षित रहती है। एक रजिस्टेंस की पावर उसमें से निकल रहे करंट के वर्ग व उसकी रजिस्टेंस के गुणनफल के बराबर होती है।

 

रजिस्टेंस की पावर = (करंट)2 x (रजिस्टैंस)

 P = I2

जब किसी सर्किट में कोई रजिस्टेंस लगाया जाता है तो उसकी पावर का पता होना बहुत जरूरी है क्योंकि आवश्यक पावर से कम पावर की रजिस्टेंस कुछ समय पश्चात् अपना मान सदा के लिए बदल सकता है, खराब हो सकता है या पूरी तरह जल सकता है। रजिस्टेंस की पावर रेटिंग इलैक्ट्रिकल व इलैक्ट्रानिक सर्किटों में बहुत महत्त्व रखती है।

 प्रतिरोध कितने प्रकार के होते हैं? इनकी बनावट व प्रयोग के बारे में जाने।

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