संचार कौशल L3 । संचार शैली: मुखरता

Communication Skill L3 Unit 1  । Communication Style: Assertiveness 

संचार शैली: मुखरता 

Communication Style: Assertiveness

 

प्रश्न.1  संवाद शैली के स्टाईल (Communication style) का अर्थ बताइए।

Meaning of Style (स्टाईल का अर्थ): Doing an act by certain fixed way is called style – 

किसी कार्य का विशेष विधि द्वारा करना स्टाईल कहलाता है। स्टाईल संवाद का महत्त्वपूर्ण भाग है और इसमें वर्बल और नॉन वर्बल स्किल दोनो शामिल होते हैं। उचित स्टाईल का उपयोग करके हम प्रभावी संवाद , या अपनी बात दूसरों को समझा सकते है और दूसरे की बातों का जवाब दे सकते है।

 

प्रश्न 2.  संवाद शैली  स्टाईल (Communication style)  के प्रकार बताए । 

उतर : (1) आक्रामक स्टाईल (Aggressive style ): यह संवाद की आक्रामक विधि है। इसमें व्यक्ति हर परिस्थितियों में जानना चाहता है। ऐसा व्यक्ति दूसरे के लिए ज्यादा सम्मान नहीं रखता है। 

            उदाहरण:  (a) दूसरे के तर्क की परवाह ना करना। 

                                (b) दूसरों का अपमान करना।

                             

(2) विनम्र/निष्क्रिय ( Passive / Submissive style ): यह संवाद की विनम्र विधि है। इसमें व्यक्ति दूसरों में किसी प्रकार का विवाद नहीं रखता और शांत रहना है।

            उदाहरण:  (a) शांत रहते  हुए दूसरों की गलत  बात  भी सहन कर लेना।

                                (b) स्वयं की गलती ना होने पर भी गलती स्वीकार करना।

(3) मिश्रित- विनम्र आक्रमक स्टाईल (Passive/Aggressive style ): यह संवाद की मिश्रित विनम्र विधि है. जिसमें व्यक्ति आक्रामक होते हुए विनम्रता बनाए रखना है। ऐसा व्यक्ति अपने विशेष तरीके से काम करता है। ऐसा व्यक्ति कई बार स्वयं तथा दूसरे दोनों को हानि पहुँचा देता है।

            उदाहरण:  (a) अप्रत्यक्ष रूप से गुस्सा दिखाना।

                               (b) दूसरों पर नाराजगी जाहिर करना।

                               (c) दूसरों की अनुपस्थिति में उनके बारे में बात करना।

( 4) मुखर स्टाईल (Assertive style ): संवाद की यह सबसे उतम विधि है। इसमें व्यक्ति अपना आत्म-सम्मान बनाए रखते हुए दूसरों का भी सम्मान करता है। ऐसे व्यक्ति दूसरे व्यक्तियों को ज्यादा अच्छे से समझते हैं।

                  उदाहरण:  (a) दूसरों की समस्याओं तथा दृष्टिकोण को अच्छे से समझना।

                                     (b) दूसरे को किसी बात के लिए ऐसे मना करना की उनको बुरा ना लगे।

संवाद स्टाईल के चार प्रकार

 

प्रश्न 3. मुखर संवाद के गुणों के बारे मे बताएं । 

उतर : Assertive communication संवाद की सबसे उत्तम विधि हैं। प्रभावी तथा सफल संवाद के लिए संवाद की इसी विधि का उपयोग करना चाहिए। संवाद की इस विधि के निम्नलिखित गुण हैं :-

     (i)  व्यक्ति दूसरा का सम्मान करता है।

     (ii)  व्यक्ति दूसरा के दृष्टिकोण को भी सम्मान देता है।

     (iii)  अपने विचारों को स्पष्ट रूप से व्यक्त करता है।

      (iv)  अपनी तथा दूसरों की आवश्यकताओं के बीच संतुलन बनाए रखता है।

 

प्रश्न 4.  मुखर संवाद के लाभ बताए । 

उतर : Advantages of Assertive coomunication (मुखर संवाद के लाभ) : इसमे आत्म सम्मान तथा आत्मविश्वास में वृद्धि होती है।

     (i)  यह हमे ऐसे शब्दों को बोलन से रोकता है जिन पर हमें बाद में खेद व्यक्त करना पड़े।

     (ii)  इसमें खुद तथा दूसरों में सकारात्मक दृष्टिकोण बनता है।

     (iii)  इस प्रकार के संवाद में सभी को अपनी बात रखने का अवसर मिलता है।

     (iv)  इस संवाद विधि से व्यक्ति प्रभावी तथा कुशल वक्ता बनता है।

 

प्रश्न 5.  मुखर संवाद के लिए कोन -सी  सात बातों का ध्यान रखना चाहिए?

उतर : मुखर संवाद (Assertive Communication) के लिए निम्न सात बातों का ध्यान रखना चाहिए:

 

(i) आत्मविश्वास बनाए रखना( Be confident ): प्रभावी संवाद में आत्म विश्वास सबसे महत्वपूर्ण है। जब व्यक्ति संवाद के लिए आत्मविश्वास के साथ कमरे में प्रवेश करता है तब उसकी ओर सबका ध्यान आकर्षित होता है। ऐसा व्यक्ति आत्मविश्वाम के साथ उठता , बैठना तथा चलता है। आत्मविश्वासी व्यक्ति किसी भी कार्यस्थल में घबराता नहीं है और आँख मिला कर बातें करता है।

(ii) धीरे तथा स्पष्ट बोलना ( Speak slowly and clearly) :  मुखर संवाद में व्यक्ति धीर-धीर तथा स्पष्ट रूप से बोलता है। ऐसा व्यक्ति विपरीत परिस्थितियों में भी शांत रहता है। आवाज स्पष्ट तथा सभी को सुनाई दनी चाहिए।

(ii) वेशभूषा सही होनी चाहिए (Dress correctly ) : व्यक्ति कैसा दिखता है इसके आधार पर लोग अवधारणा बनाते हैं। इसलिए व्यक्ति की वेशभूषा स्थान तथा अवसर के अनुमार साफ-सुथरी हानी चाहिए। व्यक्ति यदि सही प्रकार से ड्रेस-अप है तो दूमरे लोग उसका सम्मान करते हैं और उसको  नोटिस भी करते हैं।

(iv) ईमानदार होना (Be honest ): व्यक्ति को  ईमानदारी के साथ सभी की बात रखना चाहिए। संवाद में दूसरे का विश्वास जीतना  महत्वपूर्ण होता है। इसलिए वही कहें जो सही है और जिसकी आवश्यकता है।

(v) आक्रामक ना हों ( Don’t be aggressive) : संवाद के प्रत्येक स्तर पर शांत रहना चाहिए। यदि काई विपरीत परिस्थिती उत्पन्न होती है तो शांत रहते हुए समझे और समस्या का हल करें विनम्र रहें ।

(vi) स्पष्ट कहना ( Speak up) : अपने विचारों का स्पष्टता से व्यक्त करें। यदि आपका कुछ कहना है तो चुप ना रहें। लोगों को प्रतिक्रिया की चिन्ता ना करें।

(vii) ना कहना सीखें (Learn to say No ): यदि आप कोई कार्य नहीं करना चाहते तो स्पष्ट रूप से ना कहैं। जो आपके अनुसार गलत है तो ऐसे  कार्य का ना करें। इससे आपका और दूसरों का नुकसान हो सकता है। 

 

प्रश्न 6. संवाद का आक्रामक स्टाईल क्या होता है?  

उत्तर: यह संवाद की आक्रामक विधि है। इसमें व्यक्ति हर प्रकार से  जितना चाहता है। ऐसा व्यक्ति दूसरे के लिए ज्यादा सम्मान नहीं रखता है।

 

प्रश्न 7. मुखर संचार के लिए सात क्रियाएँ  बताइए। 

उत्तर:   (i)  आत्मविश्वास बनाए रखना Be confident                      (ii)  वेशभूषा सही होनी चाहिए  Dress correctly

            (iii)  आक्रामक ना हों  Don’t be aggressive                        (iv)  ना कहना सीखें Learn to say No

            (v)  धीरे तथा स्पष्ट बोलना Speak slowly and clearly         (vi)  ईमानदार होना Be honest

            (vii)  स्पष्ट कहना Speak up

कम्यूनिकेशन स्किल । Writing skills: Parts of speech

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top