ऑटोमोबाइल बॉडी पार्ट्स

 Automobile Body parts:

ऑटोमोबाइल बॉडी पार्ट्स: आपने इस से पहले ऑटो बॉडी को समझा ,आइये अब बॉडी पार्ट्स के बारे मे जाने व समझे। ऑटो बॉडी  पार्ट्स वे घटक और सिस्टम हैं जो एक कार बॉडी  बनाते हैं । इनमें सबसे छोटे फास्टनरों से लेकर सीट स्प्रिंग, बॉडी पैनल, रेल, डोर  रूफ आदि  तक शामिल हैं।

ऑटोमोबाइल बॉडी पार्ट्स के बारे मे जाने :

ऑटोमोबाइल बॉडी के विभिन्न भाग:

  • 1.(Body Shell) बॉडी शैल –  बॉडी के संरचनात्मक भागों को इलेक्ट्रिक स्पॉट वेल्डिंग से एक साथ जोड़ा जाता है, जिसे बॉडी शैल कहा जाता है। 
  • बॉडी शैल
  • 2.(Floor Assembly) फ़्लोर असेंबली – सामान्य रूप से बॉडी के फ़्लोर को पहले असेंबल किया जाता है और इसके बाद पिलर, रेल और पैनल जोड़े जाते हैं ताकि पूर्ण बॉडी बन सके।
  • 3. (Doors )दरवाज़ेसभी दरवाजों में Articulated प्लेट के साथ एक चेक आर्म दी होती है और यह door में एक Slot में Slide   करती है, चैक आर्म  के ऊपर दी हुई Rubber Pad Arm को Slot से बाहर आने से रोकती है दरवाज़े के खिड़कियाँ फास्टनर्स द्वारा बंद की जाती हैं।
(Doors )दरवाज़े
  • 4. (Windshield And Back Window)विंडशील्ड और पीछे की खिड़की  – दृश्यता/विजिबिलिटी  को बेहतर बनाने के लिए विंडशील्ड और पीछे की खिड़की घुमावदार होती हैं। इन्हें वेदर स्ट्रिप्स और चमकदार मेटल रिवील्स से भी सुसज्जित किया जाता है।
  • 5. (Body Inner Trimming)बॉडी इनर ट्रिमिंग – कार बॉडी को विशेष पेंट सहित लाइनिंग किया जाता है ताकि ध्वनि कम कर सके और पानी को अंदर आने से रोक सके, साथ ही स्टफिंग और कवरिंग सामग्री भी लगाई जाती है।

         इसका दो मुख्य उद्देश्य निम्नलिखित है:-

              • मैकेनिकल घटकों की वाइब्रेशन को कम करने के लिए

             • कार की खूबसूरती और सुविधा को बेहतर बनाने के लिए।

  • 6. (Seats )सीटें – बेंच टाइप फ़्रंट सीट में एक मेटल फ्रेमिंग होती है जिस पर कपड़े और नकली चमड़े से भरी हुई बैक सीट फ़िक्स की जाती है।  एक lever गद्दे की तरफ झुका हुआ और slide catch को आगे पीछे की ओर करता है , गद्दे/कुशन  को फ्रेमिंग में प्रेस फिट किया जाता है
Seats

         पीछे की सीट दो अलग-अलग हिस्सों में होती है।  सीट के पीछे का भाग , पिछले पहियो के box             के बीच फिट होता है और सामान वाले compartment के दूसरी ओर लगा होता है है।  कुशन,           सीधे तले पर आराम से रखी जाती है और इसे दो रबड़ स्टड्स द्वारा स्थिति में रखा जाता है।

  • 7(Hood). हुड – हुड एक सिंगल पीस में बनाई जाती है, जो पिछे की ओर हिंज द्वारा रोक कर रखते है ताकि इंजन के कम्पार्टमेंट को ढक सके। बंद होने पर हुड को धकनेवाली जगह के किनारों पर लगे रबड़ बम्पर पिन्स से फिक्स किया जाता है। हुड को एक लॉकिंग कैच द्वारा बंद रखा जाता है।
  • हुड
  • 8.(Deck Lid) डेक लिड – डेक लिड को हैंडल की मदद से खोला और बंद किया जाता है। लिड को बंद रखने के लिए कैच को स्ट्राइकर में जकड़ा जाता है लगेज कम्पार्टमेंट का खुलने वाला सिरा रबड़ की वैदर स्ट्रिप द्वारा लाइन में किया जाता है और भीतर में लगेज कम्पार्टमेंट की तली में स्पेयर व्हील होता है
  • 9. (Bumper )बम्पर्स – पिछे और सामने के बम्पर एक बार से मिलकर बने होते हैं जिनमें दो ओर्नामेंट सहित एक सिंगल बार होती है। पिछले  बम्पर का ओर्नामेंट के स्क्रूज़ जिन्हें क्रोम प्लेटेड बॉसेज़ द्वारा फ़िक्स किया जाता है। आगे का बम्पर बॉडी पर वेल्ड किए गए दो ब्रैकेट में स्टड स्क्रूज़ और नट के माध्यम से फ़िक्स किया जाता है।

ऑटोमोबाइल बॉडी किसे कहते है?

टराइन की लड़ाई 

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