Basic Geometrical Construction

Basic Geometrical Construction किसे कहते है?

Basic Geometrical Construction :इंजीनियरिंग ड्राइंग में ज्यामिति निर्माण एक महत्वपूर्ण तकनीक है जो अभियांत्रिकी के क्षेत्र में विभिन्न प्रकार के योजनाओं को व्यावसायिक रूप से डिजाइन और विकसित करने में मदद करती है। यह तकनीक बेसिक ज्यामिति यानी बुनियादी ज्यामिति का उपयोग करती है जिससे विभिन्न आकार और आकृतियों को सही रूप से ड्रा किया जा सकता है। यह ड्राइंग और नक्शे बनाने की प्रक्रिया में अहम भूमिका निभाती है जिससे इंजीनियर विभिन्न परियोजनाओं को प्रभावी तरीके से पूरा कर सकता है।

इंजीनियरिंग ड्राइंग में निम्नलिखित बेसिक ज्यामिति निर्माण के प्रमुख तरीके होते हैं:

  • रेखाएँ और कोण: इंजीनियरिंग ड्राइंग में सरल रेखाएँ और कोण निर्माण के लिए प्राथमिक चरण है। सीधी रेखाएँ, ज्यामिति रेखाएँ, अंतरिक्ष रेखाएँ, रेखा सेकंड और कोण के माध्यम से निर्मित की जा सकती हैं।
  • वर्तुल और गोला: वर्तुल और गोला निर्माण का उद्देश्य विभिन्न रंगों और आकारों के गोला बनाना होता है, जो उत्पादन प्रक्रिया में उपयोगी होते हैं। वर्तुल एक बिंदु से निकली एक सीधी रेखा होती है, जो वर्तुल का भाग बनाती है।
  • निर्माण रेखाएँ: निर्माण रेखाएँ इंजीनियरिंग ड्राइंग में आकार और आकृति को निर्दिष्ट करने के लिए उपयोग की जाती हैं। ये रेखाएँ अंकित आकार और लम्बाई को निर्दिष्ट करने के लिए प्रयोग की जाती हैं।
  • चतुर्भुज और त्रिकोणमिति: इंजीनियरिंग ड्राइंग में विभिन्न प्रकार के चतुर्भुज और त्रिकोणमिति निर्माण किए जाते हैं, जो योजना के आकार को समझाने और विशेषताओं को निर्धारित करने में मदद करते हैं।

ये थे कुछ इंजीनियरिंग ड्राइंग में बेसिक ज्यामिति निर्माण के मुख्य तरीके, जिन्हें योजना और निर्माण कार्यों में सफलतापूर्वक उपयोग किया जाता है। इन तकनीकों को समझने और अभ्यास करने से एक अच्छे इंजीनियरिंग ड्राफ्टस्मैन बनने में मदद मिलती है।

बेसिक इंजीनियरिंग ड्राइंग के लिए कौन-कौन से उपकरण प्रयोग किए जाते हैं?

बेसिक इंजीनियरिंग ड्राइंग को बनाने के लिए विभिन्न प्रकार के उपकरण प्रयोग किए जाते हैं जो इसकी सटीकता और विशेषता को सुनिश्चित करते हैं। ये उपकरण हैं:

 

  • सेट स्केल(Scale): सेट स्केल एक छोटी, प्लास्टिक या मेटल की स्केल होती है जिसमें विभिन्न इकाइयों में माप दी गई होती है, जैसे मिलीमीटर या सेंटीमीटर। यह ड्राइंग में लंबाई, चौड़ाई, और उचाई जैसी मापों को मापने में मदद करती है।
  • कंपास(Compass): कंपास एक ज्यामिति उपकरण है जिसका उपयोग वृत्तकोण और वृत्ताकार आकृतियों के निर्माण में किया जाता है। यह विभिन्न आकारों के वर्तुलों और गोलों के बनाए जाने के लिए भी प्रयोगी होता है।
  • पेन्सिल(Pencil): पेन्सिल ड्राइंग बनाने के लिए सबसे अधिक प्रयोग किया जाने वाला उपकरण है। इसके साथ ड्राइंग बनाने में आसानी होती है और गलतियों को सुधारने में भी मदद मिलती है।
  • रबर(Eraser): रबर का उपयोग उन गलतियों को मिटाने में किया जाता है जो पेन्सिल से बनी ड्राइंग में हो जाती हैं। इससे ड्राइंग स्पष्ट और सुव्यवस्थित दिखती है।
  • ड्राफ्टिंग बोर्ड: ये खास तरह का फ्लैट बोर्ड होता है जिसका उपयोग ड्राइंग बनाने के लिए किया जाता है। इसमें ड्राइंग पेपर फिक्स होता है जो ड्राइंग को स्थायी रूप से रखता है।
  • प्रोट्रेक्टर(Protractor): प्रोट्रेक्टर एक खास यंत्र है जिसका उपयोग विभिन्न कोणों और आकारों को मापने और ड्राइंग में दर्शाने के लिए किया जाता है।
  • डिवाइडर(Divider): डिवाइडर सरल रूप से विभिन्न समांतर रेखाओं और अंतरिक्षों को बनाने के लिए प्रयोग किया जाता है।
  • ड्राफ्टिंग पेपर: यह विशेष प्रकार का पेपर होता है जिस पर ड्राइंग बनाई जाती है। यह पेपर आकार और उत्पादन योजना के लिए उपयुक्त होता है।
  • पर्शियनर (French Curves): पर्शियनर/कर्व उपकरण कोण और आकृति के गैर-सामान्य आकारों को बनाने में मदद करता है।
  • मिनी ड्राफ्टर(Mini Drafter): मिनी ड्राफ्टर एक छोटा ताकनीकी यंत्र होता है जो इंजीनियरिंग और आर्किटेक्चरल ड्राइंग बनाने में प्रयोग किया जाता है। यह ड्राफ्टिंग के क्षेत्र में सटीक और आसान ड्राइंग बनाने के लिए उपयोगी होता है।
  • कंप्यूटर-आधारित सॉफ्टवेयर: इंजीनियरिंग ड्राइंग को बेहतर और समय से बचाने के लिए विभिन्न कंप्यूटर-आधारित सॉफ्टवेयर उपलब्ध हैं जैसे कि AutoCAD और SolidWorks जो डिजाइन को और अधिक उन्नत बनाने में मदद करते हैं।
  • ये कुछ बेसिक इंजीनियरिंग ड्राइंग के लिए उपयोग होने वाले उपकरण। इन उपकरणों का उचित उपयोग करके इंजीनियरिंग ड्राइंग को सटीक और निश्चित बनाया जा सकता है।

 त्रिभुज  क्या है और इसके प्रकार :

त्रिभुज एक ज्यामिति आकृति है, जो तीन सीधी रेखाओं से मिलकर बनती है। त्रिभुज का शब्द “त्रि” और “भुज ” से बना है, जिसका अर्थ होता है “तीन भुजा “। इसमें तीन कोण का योग 180 डिग्री  होता  हैं ।

त्रिभुज

त्रिभुज के प्रकार:

  • समबाहु  त्रिभुज (Equilateral Triangle): समबाहु त्रिभुज एक ऐसा त्रिभुज होता है जिसमें सभी तीन कोण समान होते हैं और सभी तीन भुजाएँ भी समान होती हैं।
  • समद्विबाहु त्रिभुज (Isosceles Triangle): समद्विबाहु त्रिभुज एक ऐसा त्रिभुज होता है जिसमें कम से कम दो समान भुजाएँ होती हैं और इन समान भुजाओं के साथ उनके कोण भी समान होते हैं। 
  • विषमबाहु  त्रिभुज (Scalene Triangle): विषमबाहु  त्रिभुज एक ऐसा त्रिभुज होता है जिसमें सभी तीन कोण और सभी तीन भुजाएँ असमान होती हैं। 
  • समकोण त्रिभुज (Right Angled Triangle ): इस प्रकार की त्रिभुज मे एक कोण समकोण (90 डिग्री )होता हैं। 

चतुर्भुज (Quadrilateral) क्या है और इसके प्रकार:

चतुर्भुज एक ज्यामिति आकृति होती है, जो चार सीधी रेखाओं से मिलकर बनती है। इसमें चार कोण और चार भुजाएँ होती हैं। चतुर्भुज का शब्द “चतुर” और “भुज” से मिलकर बना है, जिसका अर्थ होता है “चार भुज”।

चतुर्भुज प्रकार:

चतुर्भुज के प्रकार:

  • परलेलोग्राम (Parallelogram):समांतर चतुर्भुज:-:-   परलेलोग्राम एक ऐसा चतुर्भुज होता है जिसमें विपरीत कोण और भुजाएँ परस्पर एक-दूसरे के समान और समानांतर होती हैं।
  • रेक्टंग्ल (Rectangle): आयत :- यह चतुर्भुज एक ऐसा चतुर्भुज होता है जिसमें प्रत्येक कोण 90 डिग्री के होते हैं। चतुर्भुज की एक विशेषता है कि इसमें आमने सामने की भुजा  समान होते हैं।
  • स्क्वेयर (Square):वर्ग :-:- वर्ग भी एक चतुर्भुज होता है, जिसमें सभी कोण 90 डिग्री के होते हैं। इसकी विशेषता है कि इसमें सभी चार भुजाएँ बराबर और सभी कोण समान होते हैं।
  • रोम्भश (Rhombus):समचतुर्भुज:-:- समचतुर्भुज भी एक चतुर्भुज होता है, जिसकी चारों भुजाएँ लंबाई में बराबर होती हैं और सम्मुख भुजाएँ एक दूसरे के समानांतर होती हैं। हालाँकि, कोण 90° के बराबर नहीं हैं।
  • ट्रपेजीउम(Trapezium) समलंब:- इस प्रकार की चतुर्भुज  मे कोई 2 भुजाए सामान्तर होती हैं।

ये थे कुछ मुख्य चतुर्भुज के प्रकार, जो ज्यामिति ड्राइंग और गणित में उपयोगी होते हैं। चतुर्भुज के प्रकार और उनके विशेषताएं समझने से ज्यामिति और गणितीय समस्याओं को हल करने में मदद मिलती है।

बहुभुज(Polygon) क्या है ?

वह आकृति  जो चार से अधिक भुजाओ से घिरा हो उसे बहुभुज (polygon) कहते है यदि बहुभुज की सभी भुजाएँ व् कोण समान हो उसे समान बहुभुज कहते है | बहुभुज अपनी भुजाओ और कोण के अनुसार कई प्रकार की होती है|

बहुभुज(Polygon)

पंचभुज(Pentagon) क्या है ?

वह आकृति जो पांच भुजाओ से घिरी हुई या बनी हुई को पंचभुज (pentagon) कहते है | पंचभुज का प्रत्येक कोण 108° का होता है और सभी कोणों का योग 540° होता है |

छटभुज(Hexagon) क्या है ?

छ: भुजाओ से घिरी हुई या बनी हुई आकृति को छटभुज (hexagon) कहते है | छटभुज का प्रत्येक कोण 120° होता है और सभी कोणों का योग 720° होता है |

सप्तभुज(Heptagon) क्या है ?

सात भुजाओ से घिरी हुई आकृति को सप्तभुज (heptagon) कहते है | सप्तभुज का प्रत्येक कोण 129° होता है और सभी कोणों का योग 903° होता है |

 अष्टभुज(Octagon) क्या है ?

आठ भुजाओ से बनी हुई आकृति को अष्टभुज (octagon)कहते है | अष्टभुज का प्रत्येक कोण 135° होता है और सभी कोणों का योग 1080° होता है |

नवभुज(Nonagon) क्या है ?

नौ भुजाओ से घिरी हुई या बनी हुई आकृति को नवभुज (nonagon) कहते है | नवभुज का प्रत्येक कोण 140° होता है और सभी कोणों का योग 1260° होता है |

दसभुज(Decagon) क्या है ?

दस भुजाओ  से घिरी हुई या बनी हुई आकृति को दसभुज (decagon) कहते है | दसभुज का प्रत्येक कोण 144° होता है और सभी कोणों का योग 1440° होता है |

ग्याहरभुज(Undecagon) क्या है ?

ग्याहर भुजाओ से बनी हुई आकृति को ग्याहरभुज (undecagon) कहते है | ग्याहरभुज का प्रत्येक कोण 147° होता है और सभी कोणों का योग 1617° होता है |

बारहभुज(Duodecagon) क्या है ?

बाहर भुजाओ से घिरी हुई या बनी हुई आकृति को बारहभुज (duodecagon) कहते है | बारहभुज का प्रत्येक कोण 150° होता है और सभी कोणों का योग 1800° होता है |

Geometry term 

Bisect(द्विभाजित ) क्या है ?

Bisect(द्विभाजित )

ज्यामिति में द्विभाजित शब्द का प्रयोग आमतौर पर तब किया जाता है जब एक रेखा खंड या कोण को दो बराबर भागों में विभाजित किया जाता है।

वृत्त(Circle) क्या है ?

वह समक्षेत्र जो ऐसी लाइन से घिरी हो जो centre point से समान दुरी पर हो उसे circle कहते है |

त्रिज्या(Radius) क्या है ?

वह लाइन है जो centre point से परिधि तक समान दुरी fix हो उसे radius कहते है |

परिधि(Circumference)  क्या है ?

circle को बनाने के लिए जो गोल लाइन लगाई जाती है उसे circumference कहते है |

चाप(Arc) क्या है ?

Arc circle की परिधि का एक भाग होता है |

व्यास(Diameter) क्या है ?

वह दुरी जो केंद्र से होती हुई परिधि के दोनों सिरों पर मिले उसे diameter कहते है | जिससे circle के दो भाग हो जाते है और diameter त्रिज्या का दुगना होता है |

अर्धवृत(Semi Circle) क्या है ?

Diameter से circle के दो भाग हो जाते है इसमे से एक भाग को (semi circle) अर्धवृत कहते है |

खण्ड(Chord) क्या है ?

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 वह सरल रेखा (line) जो किसी circle के दोनों सिरों को मिलाती है | उसे (chord) खण्ड कहते है |

Tangent क्या है ?

 यह एक straight line है जो circle की परिधि पर touch करती है | लेकिन काटती नही है | जब हम circle के उपर कोई भी touch line खीचते है तो वह हमेशा radius के समांतर होती है | क्योंकि radius को circle के किसी भी angle पर लगा सकते है |

Concentric Circle क्या है ?

वह circle जो एक center point से खींचे जाते है लेकिन इनकी radius भिन्न-भिन्न होती है |

Sector क्या है ?

 वह area जो दो समान त्रिज्या (radius) और चाप (arc) से घिरा हो उसे sector कहते है |

Segment क्या है ?

 Arc और chord के बीच की जगह को segment कहते है|

एबीएस , ईबीडी,और ब्रेक असिस्ट क्या है?

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