Clutch-Inspection, Adjustment and Repair
क्लच की इंस्पैक्शन और रिपेयर (Inspection and Repair of Clutch)
Clutch-Inspection,Adjustment and Repair :-हमारे मैकेनिक क्लच को ओवर-हाल करते समय उसे साफ करने के अलावा क्लच प्लेट बदल देंगे या उसकी लाईनिंग बदल देंगे। यह उचित नहीं क्योंकि इससे लाइनिंग जल्दी घिसेंगे। क्लच प्लेट से पूरी लाईफ नहीं मिलेगी या चलाते समय झटका महसूस होगा। इसलिए यह जरूरी है कि ओवरहाल करते समय नीचे लिखे पार्ट्स का निरीक्षण करें ताकि क्लच की लाईफ बढ़ सके और ओवरहाल के समय किसी प्रकार की सर्विस की जरूरत न पड़े।
क्लच प्लेट (Clutch Plate) –
(क ) इसे अच्छी तरफ साफ करें और देखें कि क्या लाइनिंग से एक और सर्विस ली जा सकती है या नहीं अगर लाइनिंग घिस गये हैं तो नये लाइनिंग रिविट करें। रिविट करते समय ड्रिफ्ट और पंच का प्रयोग करें तथा वहीं सावधानी बरतें जो ब्रेक लाइनिंग रिविट करते हुए बरती जाती है और अगर लाइनिंग ठीक है तो देखें कि रिविट्स ठीक तरह लगे हुए हैं, ढीले तो नहीं।
(ख ) सप्लाईंज की रेडियल प्ले (Radial Play of Splines) – कई बार हब में लगी सप्लाईन्ज घिस जाती हैं देखें चित्र इसको चैक करने के लिए गीयर बॉक्स की प्राइमरी शॉफ्ट को वाईस मे बांधे और उसके ऊपर क्लच प्लेट का हब डालकर हाथ से क्लच प्लेट को हिलाते हुए प्ले नोट करें जेसा चित्र में दिखाया गया है। यह 1 मि.मी. (0.0394 inch) से अधिक नहीं होनी चाहिये। अगर ज्यादा है तो क्लच प्लेट या प्राइमरी शॉफ्ट जो भी घिसी हुई है उसे बदलें ।
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(ग) क्लच प्लेट में लगे टार्क स्प्रिंग को चैक करें कि कमजोर, ढीले या टूटे हुए तो नहीं है। अगर है, तो क्लच प्लेट बदलें।
(घ) क्लच प्लेट को अच्छी तरह देखें कि उसमें कोई क्रैक तो नहीं आ गये। वह क्रैक स्टील प्लेट में हब के साथ या ऊपर आ सकते हैं।
![](http://techasia.in/wp-content/uploads/2023/08/clutch-plate-crack-300x169.png)
(ङ) क्लच प्लेट का रन आउट चैक करें। इसकी जाँच करने के लिए क्लच प्लेट को एक सप्लाईन्ड शॉफ्ट पर चलायें और इस शॉफ्ट को स्टैंड पर रखें । इसके पश्चात् प्लेट को धीरे-धीरे घुमाते हुए डायल गेज रख कर इसका रन आउट चैक करें। यह रन आउट 0.4 मि.मी. से ज्यादा नहीं होना चाहिए,यदि ज्यादा है तो क्लच प्लेट बदलें।
(च) क्लच प्लेट का लेटरल रन आउट (Lateral Run Out of Clutch Plate) – इसको चैक करने के लिए एक मैन्ड्रिल पर क्लच प्लेट चढाये और इस मैन्ड्रिल को स्टैंड में लगाए जैसाकि चित्र 22 में दिखाया गया है। डायल गेज के द्वारा इसका रन-आउट चैक करें। यह 0.7 मि.मी. से ज्यादा नहीं होना चाहिए। अगर ज्यादा हो तो क्लच प्लेट बदलें।
![](http://techasia.in/wp-content/uploads/2023/08/checking-run-out-of-clutch-plate-Lateral-run-out-of-clutch-plate-300x95.jpeg)
प्रैशर प्लेट (Pressure Plate):-
(क) प्रैशर प्लेट गर्म होने के कारण डैमेज नहीं होना चाहिए। प्रैशर प्लेट की सरफेस गलेज्ड नहीं होनी चाहिए।
(ख ) प्रैशर प्लेट की सरफेस पर लाईन नहीं होनी चाहिए।
(ग) प्रैशर प्लेट की सरफेस टेढ़ी नहीं होनी चाहिए। इसको चैक करने के लिए इसके ऊपर एक स्टील रूल रखें। अगर स्टील रूल और फेसिंग के मध्य 0.2 मिमी की फीलर गेज चली जाये तो प्रैशर प्लेट को स्किम करायें, अर्थात् ग्राइंड करायें। ग्राइंड कराते समय यह ध्यान रखें कि उतना ही मेटल ग्राइंड करायें जितना बहुत जरूरी हो। निर्माता, इसको कितना ग्रांइड कर सकते हैं, वह थिकनैस देते हैं। प्रैशर प्लेट की थिकनैस उससे कम नहीं होनी चाहिए नहीं तो क्लच स्लिप करेगा।
(घ) प्रैशर स्प्रिंगों को टैस्टर पर चैक करें। निर्माता- आमतौर पर निर्धारित वैल्यू से 5% तक कम होने पर फिर प्रयोग करने की आज्ञा देते हैं।
(ङ) सभी स्प्रिंगों की फ्री लम्बाई निर्माता के आदेशानुसार बराबर होनी चाहिए।
![](http://techasia.in/wp-content/uploads/2023/08/Checking-squareness-of-spring-300x239.jpeg)
(च) सभी स्प्रिंग सीधे होने चाहिए। इसको चैक करने के लिए स्प्रिंग को सरफेस प्लेट पर रखे और स्टील रूल से देखें। अगर स्प्रिंग और स्टील रूल का ऐंगल 3° से ज्यादा हो जैसा कि चित्र में दिखाया गया है तो स्प्रिंग बदल दें। स्प्रिंग अकेला नहीं बदलना चाहिए, सारा सैट ही बदलें।
(छ ) क्लच फिंगर्स उन पर लगे एडजेस्टिंग बोल्ट तथा रिविट पिन की घिसावट के लिए चेक करें।
(ज) असैम्बल करने के बाद सारी फिंगरों की हाईट बराबर होनी चाहिए। चैक करने का तरीका चित्र में दिखाया गया है। यह हाईट निर्माता के अदेशानुसार रखनी चाहिए। टाटा गाड़ियों में यह 22 मि.मी. रखी जाती है।
फ्लाई व्हील (Fly Wheel):-
(क) फ्लाई व्हील फ्रिक्शन सरफेस पर लाइनें पड़ जाने पर (चित्र देखें ) तथा ग्लेस होने पर फिर से ग्राइंड करवाये।
(ख) फ्लाई व्हील में लगे पॉइलट बियरिंग या बुश को चैक करें घिसे होने पर बदल दें और अगर सूखा है तो उसमें ग्रीस भरें। चैक करने के लिये बियरिंग के अंदर अंगुली डाल कर आगे-पीछे और गोल घुमाये । ऐसा करने से यदि बियरिंग घिसा हुआ है तो पता लग जायेगा। छोटी गाड़ियों में आमतौर पर फ्लाई व्हील के मध्य में ब्रोंज का ब्रुश लगा रहता है जिसमें क्लच शॉफ्ट का अगला धुरा चलता है। क्लच ओवरहाल के समय इसे बदल ही डाले नहीं तो यह क्लच शॉफ्ट को सेंटर में नही रख पाएगा। कई बड़ी गाड़ियों में फ्लाई व्हील के मध्य में ब्रॉज बुश की जगह लाईफ पैक्ड बॉल वियरिंग एक सरक्लिप की सहायता से फिट किये जाते हैं। अच्छा तो यह रहता है कि इंजन ओवरहाल के समय इसको भी बदल डालें। यदि बियरिंग मे कोई प्ले नहीं है तो उसको फिट किया जा सकता है लेकिन उसमें नई ग्रीस का भरना जरूरी है ग्रीस भरने के लिए ग्रीस के डिब्बे को उबलते हुए पानी में रखकर ग्रीस के अंदर बियरिंग को डाल दें। पिघली हुई ग्रीस बियरिंग में आसानी से भर जाएगी। इसके पश्चात् ग्रीस के डिब्बे को ठंडा होने दे तथा ठंडा होने पर बियरिंग को निकाल कर प्रयोग करे|
(ग) फ्लाई व्हील की एलाईनमेंट चैक करें। कई बार क्लच प्लेट का हब जल्दी टूट जाता है या गाड़ी का क्लच अंगेज या डिस्अंगेज करते समय व पैदा होती है और साथ में क्लच प्लेट का हब जल्दी टूट जाता है उस स्थिति में फ्लाई व्हील की एलाईनमेंट चैक करना अति आवश्यक है।
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Inspection of Pilot Bearing
(घ ) फ्लाई व्हील का सरेखन चैक करना (To be Check the Alignment of Fly Wheel) – इसके लिए निम्नलिखित तरीके प्रयोग करें- डायलगेज को फ्लाई व्हील हाऊसिंग पर फिक्स करें और उसका प्वाइंटर फ्लाई व्हील की फ्रिक्शन सरफेस पर रखकर जीरो पर सैट करें। इसके बाद फ्लाई व्हील को हाथ से घुमाएं और डायल गेज पर रीडिंग नोट करें। यह 0.076 मि.मी. से ज्यादा नहीं होनी चाहिए। जैसा की चित्र में।
(ङ) फ्लाई व्हील हाऊसिंग की रनआऊट चैक करे। इसके लिए डायल गेज को फ्लाई व्हील पर बांधे और उस पर प्वाइंटर फ्लाई व्हील हाऊसिंग के उस समतल हिस्से पर लगाएं जो गीयर बॉक्स से फिट होता है फ्लाई व्हील को घुमाकर रन आऊट चेक करें, यह 1 मि.मी. से ज्यादा नहीं होनी चाहिए।
क्लच रिलीज बियरिंग (Clutch Releasing Bearing):-
(क) क्लच रिलीज बियरिंग साधारणत: दो टाईप के आते हैं जिसमें प्रथम ग्रेफाईट टाईप और द्वितीय थ्रस्ट बाल बियरिंग टाइप । घिस जाने पर इन्हें बदल दें। चित्र में आपको एक रिलीज बियरिंग को चैक करते हुए दिखाया गया है। इसे दोनों हाथों से पकड़ कर आगे पीछे और गोल घुमाएं। घिसा होने पर इस की प्ले पता लग जायेगी। यह किस तरह से गाड़ी में फिट किए रहते हैं यह जानने के लिए चित्र देखें अगर थ्रस्ट टाईप में ग्रीस कम हो गई इसे ग्रीस के डिब्बे में डाले और डिब्बे को उबलते पानी में रखें। जब ग्रीस पिघल जाये तो डिब्बे को बाहर निकाल कर ठंडा होने दें। ऐसा करने से पिघली हुई ग्रीस बियरिंग में अच्छी तरह से भर जायेगी।
(ख) रिलीज बियरिंग रिटेनर में किसी प्रकार की घिसावट नहीं होनी चाहिए औ उसके अंदर बनी हुई उल्टी चूड़ियां भी ठीक होनी चाहिए। यह उल्टी चूड़ियां इस लिए बनाई जाती है यदि गीयर बॉक्स का तेल क्लच शाफ्ट से बाहर लॉक हो तो यह उल्टी चूड़ियां उसे वापिस गीयर बॉक्स में डाल दें, नही तो यह क्लच हाउसिंग में चला जायेगा।
(ग) क्लब रिलीज फार्क बुश में किसी प्रकार की प्ले नहीं होनी चाहिए औरघिस जाने पर इन्हें बदल दें।
(घ) क्लच रिलीज फार्क को चेक करें कि यह घिसा हुआ या बैंड तो नहीं है अगर है तो उसकी मरम्मत करें।
(ङ) क्लच पैडल बुश की प्ले चैक करें ज्यादा होने पर इसे बदलें। इन सबसे पश्चात् क्लच पैडल की प्ले निर्माता के आदेशनुसार रखें।
![](http://techasia.in/wp-content/uploads/2023/08/clutch-release-bearing-300x169.png)
असैम्बली निर्देश (Assembly Instruction)
(क) प्रेशर प्लेट को फ्लाई व्हीलपर फिट करते समय क्लच प्लेट को ठीक जगह रखने के लिए क्लचशाफ्ट का प्रयोग करें।जब प्रेशरप्लेट के बोल्ट टाईट हो जाये तो ही क्लच शॉफ्ट को निकाल दें।
(ख) थ्रस्टप्लेट को स्प्रिंगो द्वारा फिंगर्स पर फिट करें।
(ग) थ्रस्ट प्लेट का रन आउट डायल गेज से चैक करें। यह 0.4 मिमी से ज्यादा नहीं होना चाहिए जबकि फ्लाई व्हील को हाथ से घुमायें। अगर यह कम और ज्यादा है तो आई बोल्ट द्वारा इसे एडजस्ट करें।