Employability Skill L4 U-2 Self management

Employability Skill L4 U-2 Self management

Introduction to self management

 

प्रश्न 1. आत्म प्रबंधन  का अर्थ बताइए। 

उत्तर : आत्म प्रबंधन का अर्थ है स्वयं नियंत्रण (self control or self regulation )। किसी व्यक्ति का स्वयं की भावनाएँ (emotions),विचार ( thoughts) तथा वर्ताव( behavior) को विभिन्न परिस्थितियों में प्रभावी तरीके से नियंत्रित करना आत्म प्रबंधन कहलाता है।

 

प्रश्न .2. स्व-प्रबंधन विकसित करने (Self Management develop) के लाभ बताइए।

उत्तर :  (i)  आने वाली चुनौतियों और कठिनाइयों पर काबू पाना( Overcoming challenges and difficulties) – आत्म प्रबंधन द्वारा हम अपने कार्यस्थल तथा आस-पास की चुनौतियों तथा मुश्किलों का अच्छी प्रकार सामना कर सकते हैं।

(ii) समस्या का हल (Problem solving) – स्व-प्रबंधन से हम जटिल समस्याओं को समझकर उनका समाधान कर पाते हैं।

(iii) आत्म जागरूकता (Self awareness) – हम अपनी पंसद, नापसंद, कमियों तथा अच्छाईयों  को जान पाते हैं।

(iv) आत्मविश्वास (Self confidence) – प्रभावी स्व-प्रबंधन से हमारा आत्मविद्ययात बढ़ता है।

(v) आत्म प्रेरणा और सकारात्मक सोच (Self motivations and positive thinking) – स्व-प्रबंधन से हम स्वयं को प्रोत्साहित कर सकारात्मक दृष्टिकोण विकसित कर सकते हैं।

(vi) आत्म-नियंत्रण (Self control) – स्व-प्रबंधन द्वारा हम अपने व्यवहार को नियंत्रित करने में सक्षम बनते हैं।

(vii) समय प्रबंधन एवं लक्ष्य निर्धारण (Time management and goals setting) – प्रभावी स्व-प्रबंधन से समय का सही तथा उचित प्रबंधन कर अपने लक्ष्य को निर्धारीत करके तय समय में प्राप्त कर सकते हैं।

 

प्रश्न 3. प्रेरणा और सकारात्मक दृष्टिकोण क्या होता है।  ( Motivation and positive attitude )

उत्तर : एक शक्ति जो हमें स्वेच्छा से किसी कार्य को करने के लिए प्रेरित करती है वो प्रेरणा है तथा किसी भी परिस्थिति में अपने आपको कार्य के प्रति समर्पित रखना तथा विपरित परिस्थितियों में भी हार ना मानना व स्थिति के सकारात्मक पक्ष के विषय में सोचना सकारात्मक दृष्टिकोण है।

 

प्रश्न 4. प्रेरणा (Motivation) कितने प्रकार का होता है ? 

उतर : प्रेरणा (Motivation) दो प्रकार का होता है:- 

(1) बाहरी प्रेरणा ( External Motivation) : हम कुछ कार्य इसलिए करते हैं क्योंकि इनसे हमें सम्मान, पहचान, अवसर, धन तथा पावर मिलती है। ऐसे कार्य करने के लिए मिलने वाली प्रेरणा बाहरी प्रेरणा हैं। उदाहरण के लिए राम रोजाना चार घंटे अधिक काम करता है क्योंकि वो अधिक धन कमाना चाहता है।

(2) आंतरिक प्रेरणा (Internal Motivation) : कुछ कार्य हम इसलिए करते हैं कि हम खुश रहें, स्वस्थ रहें तथा अच्छा महसूस करें। उदाहरण के लिए राकेश जंक फूड नहीं खाता क्योंकि वो स्वस्थ तथा फिट रहना चाहता है। अतः हमारे अंदर से उत्पन्न होने वाली प्रेरणा शक्ति ही आंतरिक प्रेरणा है।

 

प्रश्न 4. स्व प्रेरणा ( Self Motivation) को परिभाषित करें।

उत्तर : Self-Motivation एक शक्ति है जो हमें स्वेच्छा से किसी कार्य को करने के लिए प्रेरित करती है। स्व: प्रेरणा  ही हमें हमारे लक्ष्‌यों की प्रति, खुश रहना तथा जीवन की गुणवत्ता में सुधार के लिए प्रेरित करता है। यह हमारी क्षमता है. जिसके कारण हम बिना किसी दबाव के कार्य करते हैं।

 

प्रश्न 5. स्व:प्रेरित व्यक्तियों मे कोन से गुण होते है ? 

         (Qualities of Self motivated people ?)

उतर (i): ऐसे व्यक्ति स्पष्ट रूप से जानते है उन्हे जीवन मे क्या करना है । 

(ii)   ऐसे व्यक्ति अपने लक्ष्यों के प्रति केन्द्रित होते है और कठिन परिश्रम करते है । 

(iii)   ऐसे व्यक्ति सफल व्यक्तियों की कहानी पढ़ते है । 

(iv)  ऐसे व्यक्ति अच्छे से जानते है की उनके लिए क्या महत्वपूर्ण है । 

 

प्रश्न 6. Self Motivation के दो कारक बताइए।

उत्तर : Self motivation के लिए reward and love दो महत्वपूर्ण कारक (factors) हैं।

 

प्रश्न 7. स्व प्रेरणा बनाने ( build up) के तरीके  बताइए।

उत्तर : (i) पसंद तथा नापसंद की पहचान करें।  

(ii) अपने उद्देश्य तथा लक्ष्य निर्धारित करें।

(iii) अपने लक्ष्य के लिए योजना तथा समय निर्धारित करे । 

(iv) सफल व्यक्तियों की कहानी पढ़ते रहे । 

 

प्रश्न 8. साकारात्मक दृष्टिकोण (Positive attitude) का क्या अर्थ है।

उत्तर : किसी कार्य तथा स्थिति के प्रति हमारी सोच हमारा दृष्टिकोण निर्धारित करती है। यदि हम प्रत्येक परिस्थिति में अच्छा सोचते हैं तो यह Positive attitude कहलाता है।

 

प्रश्न 9. Positive attitude के कुछ लाभ बताइए।

उत्तर : (i) Positive attitude से हम खुश रहते हैं तथा दूसरों से अच्छे संबंध बनाने में सफल होते हैं।

(ii) हमारी सफलता के मौके बढ़ जाते हैं।

(iii) हमारी निर्णय शक्ति बढ़ती है।

(iv) हम चुनोतियों का अच्छे से सामना करके उनका समाधान निकाल सकते है । 

(v) हमारी मानसिक क्षमता बेहतर होती है ।

 

प्रश्न 10. हम जीवन में साकारात्मक दृष्टिकोण (positive attitude) कैसे रख सकते हैं।

उत्तर : (i) अपनी दिनचर्या की शुरुवात सकारात्मक सोच के साथ करें।

(ii) मन तथा मस्तिष्क में हमेशा अच्छे विचार रखें।

(iii) हमेशा सक्रिय रहें तथा प्रत्येक परिस्थिति के लिए तैयार रहें।

(iv) अपनी असफलताओं से नया सीखने का प्रयास करें।

(v) हमेशा साकारात्मक सोच रखे । 

(vi) अपने जीवन और सपनों के बारे मे सोचे और आगे बढने का प्रयास करे । 

 

प्रश्न 11. तनाव (Stress) का क्या अर्थ है?

उत्तर : किसी व्यक्ति, वस्तु या स्थिति के प्रति हमारी मानसिक, शारीरिक तथा सामाजिक प्रतिक्रिया ही तनाव है। लेकिन लंबे समय तक अधिक तनाव हमारी मानसिक और  शारीरिक स्थिति को बिगाड़ सकता है। 

 

प्रश्न 12. तनाव प्रबंधन (Stress Management) से आप क्या समझते हैं?

उत्तर : तनाव जीवन में चलता ही रहता है तनाव के साकारात्मक और नकारात्मक दोनों प्रभावित करते है तनाव हमे अपने कार्य को समय पर पूरा करने को प्रेरित करते है और अधिक तनाव हमारी मानसिक और  शारीरिक स्थिति को बिगाड़ सकता है। दैनिक जीवन में होने वाले तनाव से सफलतापूर्वक बाहर निकलना ही तनाव प्रबंधन कहलाता है।

 

प्रश्न 13. Stress manage के तीन स्टैप वताइए।

उत्तर : (i) सचेत रहे कि आप तनाव में है  (Be aware that you are stressed)

(ii) पहचान करें कि तनाव का क्या कारण है  ( Identify what is causing stress )

(iii) तनाव प्रबंधन विधियों का उपयोग करें (Apply stress management methods)

 

प्रश्न 14. Stress management के कुछ लाभ बताइए।

उत्तर :(i)  इससे हम अधिक ऊर्जावान रहते है । 

(ii)  इससे कार्य को समय पर खत्म करने के लिए हमारा फोकस बना रहता है।

(iii) इससे हम अपने जीवन में खुश रहते हैं।

 (iv) परिवार और दोस्तो से हमारे संबंध अच्छे रहते है । 

 

प्रश्न 15. Stress management में ABC का अर्थ बताइए।

उत्तर : A: Adversity or stressful event (विपरीत परिस्थिति जिससे तनाव होता है।)

B: Beliefs or the way you respond to the event (किसी स्थिति के प्रति आप कैसे प्रतिक्रिया करते हैं।)

C: Consequences (किसी परिस्थिति के क्या परिणाम होगें।)

 

प्रश्न 16.  तनाव प्रबंधन तकनीक का वर्णन करे । 

उतर : (i) समय का उचित  प्रबंधन करें और अपने कार्य को समय पर पूरा करने का प्रयास करें । 

(ii) रोजाना व्यायाम करें तथा खुली हवा में सैर करें । 

(iii) संतुलित भोजन करने से भी तनाव कम होता है । 

(iv) नींद का विशेष ध्यान रखें , समय पर सोए और 7 से 8 घंटे की नींद ले । 

(v) तनाव से बचने के लिए दवाइयों का सेवन ना करें । 

(vi)  तनाव से बचने के लिए सबसे महत्वपूर्ण है कि आप अपने परिवार और दोस्तों के साथ छुट्टी बिताएँ । 

EMPLOYABILITY SKILL  L-4 U -1  ACTIVE LISTENING  

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top